जरूरत से ज्यादा खाना खाने वाले मोटापाग्रस्त लोगों में ब्रेन के हाइपोथैलमस हिस्से में कोशिकाओं का एक छोटा समूह होता है जो ज्यादा खाने को नियंत्रित करने का एक आशाजनक लक्ष्य हो सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि ‘ओरेक्जिन न्यूरॉन्स को पहले पाया गया है कि वह कोकीन सहित कई मादक पदार्थों की लत के लिए जिम्मेदार है। ओरेक्जिन न्यूरॉन्स को रासायनिक संदेशवाहक के तौर पर जाना जाता है जिनका इस्तेमाल दिमाग की दूसरी कोशिकाओं के साथ संचार के लिए होता है। अमेरिका के न्यू जर्सी विश्वविद्यालय के गैरी एस्टोन-जोंस ने कहा, ‘खाने के विकारों से जुड़े कई महत्वपूर्ण लक्षण जैसे कि नियंत्रण खोने की भावना, मादक पदार्थों की लत की प्रेरक प्रवृत्ति से मेल खाती है। चूंकि ओरेक्जिन तंत्र मादक पदार्थ की लत की तरफ इशारा करता है, इसलिए हमने बार-बार खाने के कारण होने वाले बदलाव को समझने के लिए इसे लक्षित किया। चूहों पर की गई रिसर्च -सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ इन्जेस्टिव बिहेवियर के 26वें वार्षिक मीटिंग में प्रस्तुत की गई इस स्टडी में अनुसंधानकर्ताओं ने चूहियों पर अपनी रिसर्च की जिसमें कुछ चूहियों को कंट्रोल डायट दी गई जबकि कुछ को हाई-फैट डायट दिया गया जिससे वजन बढ़ता है और बार-बार खाना खाने का मन करता है। इसके बाद चूहों के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने एक टास्क रखा जिसमें उन्हें मीठा खाने के लिए कुछ काम करना था। ओरेक्जिन सिग्नल को ब्लॉक कर सकते हैं अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि चूंकि इस टास्क में लगातार मोटिवेशन की जरूरत थी तो इसे सिर्फ वैसे चूहों ने ही किया जिन्हें ज्यादा खाने की लत लग गई थी और जिन्हें हाई-फैट डायट की वजह से वेट गेन कर लिया था। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो इस बढ़े हुए मोटिवेशन को ब्रेन में ओरेक्जिन सिग्नल को ब्लॉक कर ट्रीटमेंट के जरिए उलट दिया जाए तो ज्यादा खाना खाने की समस्या को रोका जा सकता है।