देहरादून। मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर विधायकों में से सतपाल महाराज और धन सिंह के नामों की चर्चा है। दोनों नाम पूर्व में भी चर्चा में रहे हैं। विधायकों से जुदा यदि पार्टी बाहर से मुख्यमंत्री के चेहरा तलाशती है तो उसके लिए तीन प्रमुख नामों की चर्चा शुरू हो गई है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉण् रमेश पोखरियाल निशंकए राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के नाम लिए जा रहे हैं।
चुनाव में दून में न तो वोटरों ने पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे बागियों को अहमियत दी और न ही महंगाई आदि को मुद्दा बनाकर मतदान किया। बल्कि इस चुनाव में भी प्रदेश के साथ ही दून में मोदी मैजिक बरकरार रहा और लोगों ने प्रत्याशियों की बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास जताते हुए भाजपा को दून में दस में से नौ सीटों पर कब्जा दिला दिया। इससे मतदान से पहले तमाम सियासी पंडितों के दावे धरे के धरे रह गए।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विधायकों में से किसी एक को सीएम बनाया जाना चाहिए। मैंने चुनाव नहीं लड़ा तो मुख्यमंत्री पद की बात करना भी गलत है। बाकी जिसे भी मौका मिलेगाए हम उनके साथ पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने दोबारा भाजपा को मौका दिया है।
श्रीनगर विधानसभा सीट चुनाव जीतने के बाद कैबिनेट मंत्री डॉण् धन सिह रावत सेम नागराजा भगवान के दर्शन करने पहुंचे। यहां एक घंटे पूजा अर्चना कर उन्होंने नागराजा भगवान का आशीर्वाद लिया। पूजा अर्चना के पश्चचात लंबगांव में रावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
चुनावी दंगल में हरिद्वार शहर सीट से पांचवीं बार जीतने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को मिले वोटों का मत प्रतिशत भी सबसे अधिक रहा है। वहींए कांग्रेस के फुरकान अहमद सबसे ज्यादा अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी रहे हैं। जबकि बसपा के सरवत करीम अंसारी की हार.जीत के बीच की वोटों की खाई सबसे कम रही है।
उत्तरकाशी जनपद की तीनों सीटों पर 23 प्रत्याशी मैदान में थेए जिनमें से 13 प्रत्याशी 500 का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। यमुुनोत्री में 4 व गंगोत्री में 1 प्रत्याशी नोटा से पीछे रहे। जनपद में विजयी प्रत्याशियों सहित आठ प्रत्याशी ही ऐसे थेए जो एक हजार के आंकड़े को पार कर पाए। जबकि 13 प्रत्याशी पांच सौ का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र में कुल 57 हजार 928 वोट पड़ेए जिनमें से 49 हजार 717 भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी को पड़े। 5998 वोट आम आदमी पार्टी के अजय कोठियाल को पड़े। 238 लोगों ने नोटा के बटन को दबाया। 1975 वोट शेष 6 प्रत्याशियों को पड़ेए जिनमें यूकेडीए बीएसपीए सीपीआई के प्रत्याशी भी शामिल थे। यमुनोत्री सीट पर कुल 50848 वोट पड़ेए जिसमें से 48635 वोट भाजपाए कांग्रेस व निर्दलीय विजयी प्रत्याशी को पड़े।
कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कोटद्वार विधानसभा चुनाव में अपनी हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारते हुए नवनिर्वाचित विधायक ऋतु भूषण खंडूड़ी को जीत की हार्दिक शुभकामनाएं भेजीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि नवनिर्वाचित विधायक क्षेत्र की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का भरसक प्रयास करेंगी।
