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जम्मू-कश्मीर में ‘‘छिटपुट’’ आतंकी घटनाएं रोकने में लगेगा वक्त : वीके सिंह

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में दो सीनियर अधिकारियों सहित चार सैनिक शहीद हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश है। लोग पाकिस्तान का पूर्ण बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पड़ोसी देश को अलग-थलग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाएं।
जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल सहित तीन अधिकारी शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।
गुरुवार को आरएनएस से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंध तब तक बहाल नहीं हो सकते जब तक वह अच्छा व्यवहार नहीं करता। उन्होंने कहा, “(सीमा पार आतंकवाद के बारे में) हमें सोचना होगा। जब तक हम पाकिस्तान को विश्व स्तर पर अलग-थलग नहीं करते, वे सोचेंगे कि यह हमेशा की तरह होता रहता है। अगर हमें उन्हें दबाव में लाना है, तो हमें यह करना होगा।” पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, “उन्हें अलग-थलग करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डाला जाए। उन्हें यह बताया जाना चाहिए कि जब तक वे खुद अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे तब तक सामान्य संबंध बहाल नहीं हो सकते।”
जम्मू-कश्मीर में ‘‘छिटपुट’’ आतंकी घटनाएं रोकने में वक्त लगेगा : वीके सिंह
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास की गतिविधियां तेज होने से आतंकवादियों की तादाद में पहले से काफी कमी आई है, लेकिन छिटपुट आतंकी घटनाएं रोकने में अभी समय लगेगा क्योंकि पड़ोसी देश पाकिस्तान के दिमाग में भारत के अंदरूनी मामलों में छेड़-छाड़ की फितरत कायम है।
नवंबर में संभावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रचार के लिए मध्य प्रदेश आए सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तादाद में पहले से काफी कमी आई है और अलगाववादियों की फैलाई गई यह भ्रांति भी मिट चुकी है कि यह सरहदी सूबा देश के बाकी हिस्सों से भिन्न है। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे, उद्योगों और पर्यटन का तेज गति से विकास हो रहा है। अगर आम कश्मीरी नागरिक से पूछा जाएगा, तो वह आपको बताएगा कि वह इस विकास से बहुत खुश है।’’
अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के तीन अधिकारियों के शहीद होने के अगले दिन थल सेना के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘(जम्मू-कश्मीर में) छिटपुट आतंकी घटनाएं होती रहेंगी। इन्हें रोकने में समय लगेगा क्योंकि एक देश (पाकिस्तान) ऐसा है जो भले ही दिवालिया हो गया है लेकिन उसके दिमाग से भारत के अंदरूनी मामलों से छेड़छाड़ की फितरत नहीं गई है। जब यह देश छिन्न-भिन्न हो जाएगा, तो ये चीजें अपने आप खत्म हो जाएंगी।’’


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