तू मेरी हीर मैं तेरा राँझा
तू मेरी सोहनी मैं तेरा महीवाल
तू मेरी प्रीति मैं तेरा प्रीतम
तू मेरी रीति मैं तेरा राग
तू मेरे दिल में मैं जेल में
तू फूल मैं तेरा माली
जेल में मैंने सब्जी अगाली
आ जा जानू तेरा सब्जीवाला पुकारे
लौकी तोरी बन गोरी गले लटक जा रे
दुनिया की ऐसी की तैसी
जानू मेरी मर्जी रही सदा ऐसी ।
