देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखंड बेरोजगार संघ द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया शुरु किए जाने की मांग को लेकर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय के समक्ष सत्याग्रह को जारी रखते हुए आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया गया। यहां संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार के नेतृत्व में आयोग के कार्यालय के समक्ष अपने सत्याग्रह को जारी रखा और अन्य बेरोजगारों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि लगातार संघर्ष करने के बाद भी विज्ञप्ति जारी नहीं की जा रही है और आयोग के सचिव कह रहे है कि सरकार से उन्हें अनुमति नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि आयोग ने जो 1800 पद बताये गये है लेकिन वेबसाइट में नहीं है। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया हैकि आयोग के सचिव व सरकार मिलकर राज्य के छात्रों को गुमराह कर रहे है और उनके पास पद है ही नहीं और न ही वह छात्रों को रोजगार देना चाहते है। उन्होंने कहा कहा कि लगातार छात्रों के हितों के लिए संघर्ष किये जाने के बावजूद भी समस्याओं का समाधान नहीं निकाला जा रहा है जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि आयोग के कार्यालय के सामने सत्याग्रह पर बैठ गये है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने हा कि सरकारी विभागों की भर्तियों में राज्य के बेरोजगार नौजवान युवाओं को अपने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी मांगों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्ययोजना तैयार नहीं हो पा रही है और बेरोजगार युवाओं जिनके हाथ में पढऩे क लिए किताबें होनी चाहिए थी उन्हें आंदोलन की राह पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और यह दुर्भाग्य की बात है और युवा ही इस राज्य का भविष्य है और आज उनके साथ ही उनके हितों का खिलवाड़ हा रहा है और प्रदेश में सरकारी विभागों में कर्मचारियों की भर्ती आउट सोर्सिंग या उपनल आदि एजेंसियों के माध्यम से हो रही है और इसमें भी वही लोग ही नियुक्त पा जाते है जो एजेंटों के माध्यम से होते है और पहाड़ से शहर में किराये के कमरे लेकर माता पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी न होते हुए दिन रात पढ़ाई करते है वह अभ्यर्थी वंचित रह जाते है और राज्य में भर्तियां सीधी भर्ती से ही होनी चाहिए। यदि संविदा से पद भरें जाये तो उनकी भी उत्तराखंड भर्ती बोर्डों द्वारा परीक्षायें आयोजित करवाये और उसमें चयनित अभ्यर्थियों को रखा जाये। इस अवसर पर अनेकों बेरोजगार शामिल थे।
