अमेरिका । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र के मंच से बिना नाम लिए चीन और पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। साथ ही कहा कि आज दुनिया कि सामने प्रतिगामी सोच और चरमपंथ का खतरा बढ़ता जा रहा है। इन परिस्थितियों में पूरे विश्व को विज्ञान आधारित तर्कसंगत और प्रगतिशील सोच को विकास का आधार बनाना ही होगा।
संचुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के संदर्भ में कहा कि राजनीतिक हथियार के तौर पर आतंकावाद का इस्तेमाल कर रहे प्रतिगामी सोच वाले देशों को समझना चाहिए कि यह उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा, ‘यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि अफगानिस्तान की भूमि का आतंकवाद के प्रसार और आतंकी गतिविधियां के लिए इसतेमाल न हो। हमें यह भी तय करने की जरूरत है कि अफगानिस्तान की नाजुक स्थिति का कोई देश लाभ न उठा पाए और उसे अपने निहित स्वार्थं के लिए इस्तेमाल न कर सके। ‘प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अफगानिस्तान की महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों को मदद की जरूरत हैं और हमें यह मदद उपलब्ध कराकर अपना कर्तव्य पूरा करना चाहिए।’
Check Also
तालिबानी करता अपनी मनमानी, पंजशीर घाटी के लिए दवाओं की सप्लाई रोकी
नई दिल्ली। पंजशीर घाटी पर कब्जे के लिए तालिबान ने अमानवीय कृत्य करना शुरू कर …