हरिद्वार (संवाददाता)। धर्मनगरी को पूरी तरह से पॉलीथिन मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन नई पहल करने जा रहा है। पॉलीथिन की बिक्री और प्रयोग की सूचना देने वाले व्यक्ति को प्रशासन की ओर एक हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा। वहीं सूचना देने वाले की व्यक्ति की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा।उत्तराखंड में एक अगस्त से सरकार ने पॉलीथिन के प्रयोग पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी थी। वहीं मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को पॉलीथिन के प्रयोग करने वाले लोगों पर सख्त कारवाई करने के निर्देश दिए थे। अब हरिद्वार प्रशासन ने आम लोगों के सहयोग से जनपद को पॉलीथिन मुक्त करने के लिए पहल की है। जिलाधिकारी दीपक रावत ने पॉलीथिन ब्रिकी और प्रयोग की सूचना देने पर एक हजार रुपए की धनराशि ईनाम में देने की घोषणा की है। जिलाधिकारी ने बताया कि ईनाम के साथ सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी। पॉलीथिन बिक्री और प्रयोग की सूचना सीधे जिलाधिकारी के मोबाइल नंबर पर 945877777 दी जा सकती है।कम हुआ है पॉलीथिन का प्रयोगजिलाधिकारी ने बताया कि नगर निगम काफी पहले से हरिद्वार और रुड़की में पॉलीथिन के प्रयोग और गंदगी को लेकर छापेमारी अभियान चला रहा है। इस कारण प्रतिबंध से पहले ही हरिद्वार में पॉलीथिन के प्रयोग काफी हद तक घट गया था। इसलिए प्रतिबंध को अमल में लाने के लिए किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ रहा है। बार्डर पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश हरिद्वार में पॉलीथिन की फैक्टरी नहीं है। सहारनपुर और बिजनौर से ही हरिद्वार में अब तक पॉलीथिन की सप्लाई की जाती रही है। इसलिए जिलाधिकारी ने पुलिस प्रशासन को बार्डर पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि उत्तरप्रदेश में भी पॉलीथिन में प्रयोग पर प्रतिबंध लागू होने के बाद से सहारनपुर और बिजनौर बार्डर से सप्लाई की संभावाना भी घट गई है। स्वयं सहायता समूह चलाएंगे जागरूकता अभियानजिलाधिकारी ने जानकारी दी कि हरिद्वार शहर के विभिन्न स्वयं सहायता समूह के साथ मिलकर जिला प्रशासन पॉलीथिन को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगा। लोगों को स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार कागज, कपड़े और जूट से बने इकोफ्रेंडली बैग बांटे जाएंगे। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा।