कानपुर (नीतेश सिंह)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने केंद्र सरकार की महिला तथा बच्चियों के बेहतर स्वास्थ्य तथा शिक्षा के प्रोत्साहन के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना करते हुये कहा कि इससे देशवासियों की सोच में बदलाव आ रहा है। कोविंद शनिवार को यहां गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज में फेडरेशन ऑफ ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी ऑफ इंडिया (फॉगसी) की अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हमारे देश में कुछ लोग अभी भी बेटियों के महत्व को नहीं समझ पा रहे हैं। केंद्र सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि तथा किशोरी योजना जैसे कार्यक्रमों से देशवासियों की सोच में बदलाव आ रहा है। इसके साथ ही लिंगानुपात (सेक्स रेशियो) में भी सुधार हुआ है। राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियों पर बेटों की अपेक्षा बंदिशें ज्यादा होती हैं इसके बावजूद वह समाज में नित नए आयाम रच रहीं हैं। उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों से आह्वान किया कि महिलाएं स्वस्थ्य रहेंगी तभी परिवार, समाज और राष्ट्र का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इसलिए महिलाओं और वंचित वर्ग को स्वास्थ्य शिक्षा और सहूलियतें पहुंचाना आपके कंघों पर है। राष्ट्रपति ने कहा कि 2013 की अपेक्षा मैटरनल मोटेलिटी रेट में 2016 में काफी कमी आ रही है, लेकिन अभी इसमें सुधार की जरूरत है। महिलाओं से जुड़े हर मुद्दे पर प्रभावी प्लानिंग की जरूरत है।
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