देहरादून । दुनियाभर में अपने गीतों से धूम मचा देने वाले प्रसिद्ध रॉक ग्रुप बीटल्स को लेकर आज भी विश्वभर की खासी रुचि है। इसी बीटल्स ग्रुप की चौरासी कुटी (ऋषिकेश) से जुड़ी 50 साल पुरानी यादों को लेकर पर्यटन विभाग की ओर से हाल में लंदन में आयोजित कार्यक्रम इसका प्रमाण है। बीटल्स ग्रुप के सदस्य योग साधना के लिए चौरासी कुटी आए और उन्होंने अपने प्रसिद्ध गीतों में से 17 की रचना यहीं की। इनसे जुड़ी यादों को चौरासी कुटी और ऋषिकेश में सहेजने के लिए सरकार गंभीरता से जुटी है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद परिसर स्थित आइएचएम के सभागार में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। इस अवसर पर लंदन में हुए कार्यक्रम से संबंधित प्रेजेंटेशन भी दिया गया। महाराज ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए वहां लोगों को बीटल्स से जुड़ी यादों के साथ ही राज्य में चल रही पर्यटन गतिविधियों की जानकारी भी दी गई। काबीना मंत्री महाराज ने बताया कि अगले माह अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के साथ ही बीटल्स की चौरासी कुटी की यात्रा पर केंद्रित कार्यक्रम भी होगा। चौरासी कुटी में जितने भी म्यूरल्स हैं, उन्हें संरक्षित किया जाएगा। यही नहीं, वन मंत्री की ओर से इस दिशा में खासा सहयोग मिल रहा है। चौरासी कुटी में प्रवेश शुल्क आधा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीटल्स से जुड़ी यादों के मद्देनजर लीवरपूल के साथ ऋषिकेश को ट्विन सिटी के रूप में विकसित करने के प्रयास हो रहे हैं। इसके तहत दोनों जगह बीटल्स से जुड़े म्यूजियम बनाने पर भी विचार हो रहा है।
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