
B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
Mob.9528727656
जिस पल हर तीसरा दिल केवल माँ भारती का हो जाएगा
उसी पल देश की माटी से जिहाद का ज़र्रा-ज़र्रा मिट जाएगा।
राहुल के आदर्श सैम-पैट्रोदा का सुन्दर कांड
गुरु जी निकले घंटाल
टेढ़ी चेले की चाल
बाल की निकाल रहे खाल
जिहादिस्तान की बन रहे ढाल
कश्मीर के जिहादियों को रहे पाल
दुख रहा दिल हो रहे बेहाल
सेना पर उठा रहे धड़ाधड़ सवाल
जिहाद का विश्वविद्यालय बालाकोट किया हलाल
गुरु-चेले जमकर मना रहे मलाल
अरे भाई कौन सी गला रहे हो दाल
किसके लिए बिछा रहे हो जाल
दिमाग से हो चले हो कंगाल
सेनाओं की खींच रहे हो खाल
भारत माता का झुका रहे हो भाल।
देश की खाएंगे
देश को ही रुलाएंगे
जो ‘‘हमारे-अपनों’’ को मारेंगे
उन्हें आप सराहेंगे
धन्य-धन्य चेला जी सरकार
धन्य-धन्य गुरु जी विकराल।
जिहादिस्तान के नेताओं
कश्मीर के मुस्लिम नेताओं
और गुरु-चेला जी आप और आपके लोगों के
मुँह तो हैं यकीनन अलग-अलग
दिल की जुबान एक
जिस्म हैं अलग-अलग
जान है एक
ईमान भी है एक
गुनाह के बाद भी कह रहे हो खुद को नेक।
वाह रे! प्यार
चोट लगे उनको
दर्द हो तुम सबको
तभी तो जानी तभी तो
टुकड़ा गैंग से लगते हो गले
उन्हें मानते हो भले
जो देश की करे पैरवी
उसे आतंकवादी कहते हो
किस लिहाज से खुद को भारतवासी कहते हो।
जय भारत जय जवान जय किसान