रायपुर । बंदूकों से न तो खुद का भला हो सकता है न समाज का और न ही देश का। इसलिए नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुड़े। उक्त बातें आज केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कही। श्री सिंह ने कहा कि हिंसा और बंदूक से न तो खुद का भला हो सकता है और न ही समाज का। ऐसे में जब समाज का राज्य का भला नहीं हो सकता तो देश का भला भी नहीं हो सकता। केन्द्रीय गृहमंत्री श्री सिंह ने आगे कहा कि नक्सलियों को यह बात समझनी होगी कि बंदूकों से घर नहीं बसते, बल्कि बर्बाद होते हैं। इसलिए माओवादियों को बंदूक छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वे आस्था जताएं ओरा मुख्यधारा से जुड़े। इससे वे स्वयं के साथ ही देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। निर्दोष आदिवासियों का खून बहाने से कुछ भी हासिल नहीं हो सकता, यह गलत है। कानून को अपने हाथ में लेना किसी भी स्थिति में जायज नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि माओवादी बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में जुड़े, इससे उनके साथ ही देश का भला होगा।
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