ज़मीन पर मज़बूती से
पैर टिकाइए
फिर अपना कद ऊँचे आसमान तक उठाइए
तब देखिए नीचे इत्मिनान से।
तुम्हे दिखाई देंगे
इस युग में भी
मोहम्मद गजनवी
मोहम्मद गौरी
दिल्ली के कई सुल्तान
बाबर, शाहजहाँ और औरंगजेब
राजा जयचन्दों
राजा अम्भियों वगैरह-वगैरह के साथ
मुस्तैदी से भारत माता के खि़लाफ युद्धरत।
श्री राम भारत माता के मस्तक का टीका हैं
इस टीके पर बाबर ने पाँच सौ साल पहले
अपनी नापाक हरकत से लगा दिया था ग्रहण।
इस इस्लामी ग्रहण को मिटाने के लिये
राम भक्त हिन्दुओं को लगानी है ज़ान की बाजी
रामलला तिरपाल के नीचे
कश्मीरी पंडित तम्बुओं के नीचे
जिहादी इस्लाम परस्त झूठी-मक्कार फर्जी सेक्युलर हुकूमतों की छाँव में
लगातार घुन की तरह चाट रहे हैं देश को।
हिन्दू जाग
आने वाली पीढ़ियों की सलामती के लिये
श्री राम पर मर-मिटने के लिये हो जा तैयार
अपने स्वार्थीं को भुला दे
श्री राम के वजूद के लिये खुद को मिटा दे।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor