नईदिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय आपदा मोचन केन्द्र (एनईआरसी)ने अगले दो-तीन दिनों में चक्रवात आने की संभावना को लेकर ओडिशा सरकार को सचेत किया है. मुख्य सचिव एपी पाधी और विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी को जारी एक परामर्श में एनईआरसी ने सोमवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो अगले 72 घंटों में उत्तर-पश्चिम दिशा में ओडिशा की ओर बढ़ सकता है. परामर्श में कहा गया है, निम्न दबाव के क्षेत्र के कल (मंगलवार) तक जोर पकडऩे की संभावना है और कुछ घंटों के बाद यह चक्रवात में तब्दील हो जाएगा. इससे पहले मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है जिससे तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप में बारिश हो सकती है. विभाग ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद इसके ओमान तट को पार करने की संभावना है. तटरक्षक बल ने कहा है कि उसने हाई अलर्ट घोषित किया है और अपने विमान और पोतों को केरल, लक्षद्वीप व मिनीकॉय द्वीप और दक्षिण तमिलनाडु के समुद्री क्षेत्रों में तैनात किया है. इसने कहा कि कोच्चि और लक्षद्वीप में उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें जिला और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासनों ने तैयारियों का आकलन किया. बल ने बताया कि लक्षद्वीप और मिनीकॉय द्वीप में विशिष्ट संभाव्यता एवं तैयारी बैठकें भी हुई हैं. बल ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान समुद्र में स्थितियां प्रतिकूल रहेंगी. मछुआरों को परामर्श जारी कर उनसे बंदरगाह लौटने को कहा गया है. मौसम विभाग ने कहा कि मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले लक्षद्वीप क्षेत्र के गहरे समुद्र में नहीं जाएं.
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