
B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
Mob.9528727656
जिस पल हर तीसरा दिल केवल माँ भारती का हो जाएगा
उसी पल देश की माटी से जिहाद का ज़र्रा-ज़र्रा मिट जाएगा।
डा0 सम्बित पात्रा का ‘‘पुरी कांड’’
डा0 सम्बित पात्रा
रमता जोगी बहता पानी बन गए
उड़ीसा की ‘पुरी’ में जाकर रम गए
राजनीति के मैदान में डट गए
समझो विरोधी बँट गए
आजकल आप दिल्ली से हट गए
देश और दुनिया से कट गए
किन्तु ‘‘पुरी’’ में मस्त हो गए
वोट जमा करने में जुट गए।
तुम्हारी अदाओं से तो विरोधी घबराते हैं
तुम्हारे तर्कों से वे बौखलाते हैं
कभी-कभी तो हत्थे से ही उखड़ जाते हैं
गाली-गलौज पर उतर आते हैं
टी वी पर जब मुद्दे गरमाते हैं।
आप जब शरमाते हैं
फिर बीच-बीच में दाँत चमकाते हैं
तो विरोधियों के दिल जल जाते हैं
मुमकिन है आप यही गुल वहाँ खिला रहें होंगे
विरोधियों को नाकों चने चबवा रहे होंगे
घर-घर, द्वार-द्वार
महलों और झोपड़ों तक जा रहे होंगे
अपनी मेहनत का रंग जमा रहे होंगे
उन्नीस साल के राजपाट को हिला रहे होंगे
पटनायक परिवार की नींद चुरा रहे होंगे
जनता को नींद से जगा रहे होंगे
पल-पल गलियों कूचों में खपा रहे होंगे
भाजपा का कमल उगा रहे होंगे।
देखो भाई में मजाक नहीं करता
सीरियसली बता रहा हूँ
एक दिन तुम उड़ीसा के मुख्यमंत्री बनोगे
उड़ीसा को बुलन्दियाँ दोगे
वहाँ के अँधेरे हरोगे
तुम यही सब कुछ करोगे
देश को और मजबूत करोगे
देश पर तुम मर-मिटोगे।
-जय भारत -जय जवान -जय किसान -जय विज्ञान