अब स्वजल परियोजना पेश होगी नये रूप में
देहरादून। उत्तराखण्ड के पेयजल मंत्री प्रकाश पंत दिल्ली में आयोजित एक खास बैठक में हुए शामिल। प्रकाश पंत अपनी राजनीति में स्वच्छ छवि ,कर्मठता एवं सेवा भावना से वे जाने जाते हैं, जिस कारण उन्हें देश के विभिन्न पेयजल मंत्रियों के समूह का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने बताया है कि मा0 केन्द्रीय मंत्री उमा भारती जी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे मैं पूरी दृढ़ता के साथ निभाऊँगा। देश भर स्वजल परियोजना अब नये कलेवर में सामने आएगी। केन्द्र सरकार जल्द ही इसका नया प्रोजेक्ट लॉंच करेगी। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। परियोजना से जुड़ी व्यवस्थाओं
और कार्यों का निर्धारण करने के सम्बन्ध में देश के विभिन्न समूह बनाया गया है, जिसके अध्यक्ष की जिम्मेदारी उत्तराखण्ड के पेयजल मंत्री प्रकाश पंत को सौपी गयी है। जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी कर शर्तें और कार्य तय किये जाएंगे। स्वजल परियोजना के नये स्वरूप को लेकर उत्तराखण्ड को अहम् जिम्मेदारी सौपी गयी है, दरअसल केन्द्र की ओर से चलायी जा रही स्वच्छता सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं को लेकर केन्द्रीय मंत्री उमा भारती की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बैठक बदली परिस्थितियों के अनुरूप स्वजल को नये प्रोजेक्ट के रूप में लाने का निश्चित किया गया। साथ ही मंत्री समूह को मंथन के लिए यह जिम्मेदारी सौपने का निर्णय लिया गया। उत्तराखण्ड के पेयजल मंत्री प्रकाश पंत की अध्यक्षता में गठित विभिन्न राज्यों के मंत्रियांे का समूह स्वजल को नये रूप में पेश करेगा। यही तय करेगा कि परियोजना में कौन-कौन से और क्या-क्या किस प्रकार से होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों मंेे 5.9 लाख शौचालय पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने इस बैठक में बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 5.90 लाख परिवारों में शौचालय बनाये गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य ने अब तक 1165.62 लाख में से घरेलू शौचलयों पर 894.29, सामुदायिक शौचालय निर्माण पर 14.47 और प्रशासनिक मद में 10.47 लाख रूपये व्यय किये गये हैं।