
कोटद्वार (संवाददाता)। नगर निगम के अन्तर्गत भाबर क्षेत्र में जंगली जानवर काश्तकरों की मेहनत से उगाई हुए फसलों को जमकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं प्रशासन जानवरों पर रोक लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। भाबर क्षेत्र के वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ में जंगली सूअरों ने काश्तकारों का जीना मुहाल किया हुआ है, शाम ढलते ही सुअरों का झुंड आबादी क्षेत्र में घुसकर किसानों की गेहूं की फसल पर धावा बोल देते हैं। पिछले दिनों जंगली सुअरों के एक झुंड ने काश्तकार रामेश्वरी देवी, महिपाल रमेश चंद, यशपाल सिंह, बलवीर सिंह, रामप्रसाद आदि की खड़ी गेहूं की फसल को तहस-नहस कर दिया। पार्षद सुखपाल ने कहा कि काश्तकार लंबे समय से शासन-प्रशासन से हाथी सुरक्षा दीवार की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। कहा कि 2003-04 में तत्कालीन विधायक मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने सौर ऊर्जा बाड़ का निर्माण करवाया था, लेकिन रखरखाव के अभाव में वह कुछ समय में खराब हो गई। समस्या के बारे में कई बार क्षेत्रीय विधायक व वन मंत्री को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक इसमें कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर सुरक्षा दीवार के अभाव में जंगली जानवर काश्तकारों की मेहनत से उगाई हुई फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में किसानों की आय दुगनी कैसी होगी। पार्षद सुखपाल शाह ने वन विभाग से उक्त परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की है।