B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
राम मन्दिर बनाओ अन्यथा रिटायरमेन्ट की तैयारी करो
सरकार केन्द्र में आवे जावे
छोटा मन हो जो पछतावे
रूखा सूखा मिले जो खावे
चरण राम के पल-पल ध्यावे
जगत-कल्याण की धुन जो गावे
परम सुख आनन्द सब पावे।
मिला जो मौका काहे गँवाए
मन जोड़-तोड़ गठजोड़ समाए
सन् चौरासी में दो एम पी पाए
अडवाणी जोशी काहे भुलाए
राम लहर उठने को जब आए
एमपी सैकड़ा पार तुम पाए
राम-लला दर्शन से भय खाए
अरे! कैसे शिव भक्त तुम हाए
शिव सदा राम देख हरसाए
पर तुम अजहूँ अयोध्या नहीं आए।
मुलायम अयोध्या से खार खाए
मायावती जी मन से अयोध्या बिसराए
मनमोहन के मन गुरु नानक समाए
राहुल अयोध्या को समझ ना पाए
सोनिया जी पर कोई सवाल ना उठाए
योगी जी एक पल को अयोध्या भूल ना पाए
मोदी जी राजनीति के बंधन तोड़ ना पाए
राजनीति राजधर्म पर भारी पड़ जाए
मोदी जी जो कोई राम जी की शरण में जाए
बड़ा से बड़ा शत्रु उसका मिट जाए
एक-एक दिन हाथ से फिसलता जाए
दिल्ली हाथ से निकलती जाए
बीच मझधार खड़े हो हाए
नहीं मिलेगा कुछ बाद में पछताए
बाबर की इच्छा के आगे जो झुक जाए
वह बाबर की संतान कहाए
ऐसा गद्दार देश छोड़ जाए।
-जय भारत