
नई दिल्ली । इंडोनेशिया में 18वें एशियन गेम्स में फ्रीस्टाइल रेसलिंग का ब्रॉन्ज मेडल जीतने वालीं महिला पहलवान दिव्या काकरान शुक्रवार रात भारत लौट आईं। दिव्या का राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर शानदार स्वागत किया गया। दिव्या के परिजन भी उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे। उनके अलावा उनके कई प्रशंसक एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। दिव्या काकरान ने कहा, जकार्ता से पावन भारत-भूमि पर उतरी हूं। बहुत ही सुखद अनुभूति हो रही है। इसका एक कारण यह भी है कि जकार्ता से खाली हाथ वापस नहीं आई। समस्त देशवासियों की शुभकामनाएं मेरे साथ रहीं। मैं सभी का शुक्रिया अदा करती हूं। भारतीय महिला रेसलर दिव्या ने एशियन गेम्स में 68 किग्रा फ्री स्टाइल स्पर्धा में दमदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। दिव्या ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में चीनी ताइपे की रेसलर चेन वेनलिंग को 10-0 से मात दी और कांस्य जीत लिया। उन्होंने बताया कि मेडल जीतने के बाद उन्हें काफी लोगों ने फोन पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, पदक जीतने पर काफी लोगों की शुभकामनाएं मिलीं। उम्मीद है कि भविष्य में और पदक जीतूंगी और दुनिया में देश का नाम ऊंचा करूंगी। दिव्या को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी मेडल जीतने पर बधाई दी थी।
2 मिनट से पहले जीतीं दिव्या -दिव्या को क्वॉर्टर फाइनल में मंगोलिया की पहलवान शारखु तुमेंतसेत्सेग के हाथों 1-11 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। फिर उन्होंने हार से उबरते हुए ब्रॉन्ज जीता। उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मैच के लिए रेपेचेज नहीं खेलना पड़ा। ड्रॉ ऐसा था कि वह रेपेचेज खेले बिना चीनी ताइपे की चेन वेनलिंग के खिलाफ खेलने उतरीं और तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर महज एक मिनट 29 सेकंड में बाउट जीत लिया। तीन अन्य भारतीय खिलाड़ी शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए।
पापा को किया जकार्ता से फोन -दिव्या ने जब ब्रॉन्ज मेडल जीता तो अपने परिवार को भी इसकी जानकारी फोन पर दी। दिव्या ने जकार्ता से पापा को फोन किया और कहा- पापा, कैसा लगा.. तब पापा ने कहा, बेटा बहुत अच्छा लग रहा है। तुमने नाम रोशन कर दिया, सीना चौड़ा हो गया मेरा।
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