
डुगडुगी बजाते हरीश रावत को देखा
आम की दावत पर न्योता बाँटते देखा
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को खास अतिथि बनाते देखा
लंगड़े को भँगड़ा करते देखा
दशहरी पर शहरी को लट्टू देखा
कलमी को प्यारा जुल्मी बनते देखा
चौसा को चौसा का मैदान मारते देखा
चौसा की गुठलियों को एक दूसरे के सर पर पटकते नहीं देखा
चौसा की गुठलियों को उँगलियों पर नाचते देखा
राजनीति की कड़वाहट को चटपटाहट में बदलते देखा
भविष्य की आहट को दावत की फिजाओं में देखा
चटपटाहट में छिपी छटपटाहट को भी देखा
मुख्यमंत्री के हल्के सफेद दाँतो को पहली बार देखा
मिलनसार हरीश रावत को आमों की मिसरी घोलते पिलाते देखा
शायद हिन्दी-चीनी भाई भाई की तर्ज पर रावत-रावत भाई-भाई होते देखा
पुत्र-पुत्रियों आमादों-दामादों सास ससुरों को देखा
अस्सी के दशक में कंग्रेसियों की यूपी में आम पार्टियों को केवल सुना
काफल पार्टी वाले दिलदार हरीश रावत की शानदार आम पार्टी को मुँह में पानी आते देखा
मुँह में आम बगल में आम आगे आम पीछे आम ऊपर नीचे आम ही आम
आम के राजा ने जनता के राजाओं को आम के जाम टकराते देखा
भाई हरीश रावत जी हमने तो आपकी बदौलत आम के रस को स्याही में घुलते देखा
जो भी देखा हमने तो महाभारत के संजय की नज़रों से देखा।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor