गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन समाप्त होने के कारण 33 बच्चों सहित 48 लोगों की मौत के बाद अब सरकार बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रशासनिक, स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग से जुड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
लखनऊ, 15-08-2017 (नेशनल वार्ता ब्यूरो) । बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों सहित 48 लोगों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के साथ ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन मेडिकल कालेज गोरखपुर में मामले की पड़ताल कर रहे हैं। इनकी रिपोर्ट के बाद ही कई बड़े अफसरों के साथ अन्य पर भी गाज गिरने की संभावना है। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन समाप्त होने के कारण 33 बच्चों सहित 48 लोगों की मौत के बाद अब सरकार बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रशासनिक, स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग से जुड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन अपनी जांच रिपोर्ट सीएम ऑफिस को सौंपेंगे। इस रिपोर्ट के बाद कई अधिकारियों पर गाज गिरना तय है। ऑक्सीजन की सप्लाई न होने की वजह से दो दिनों में 33 बच्चों समेत 48 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के लखनऊ ऑफिस पर भी छापेमारी की गई है। आरोप है कि पेमेंट न होने की वजह से मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी गई थी। इस बीच पुष्प सेल्स की एचआर हेड मीनू वालिया ने कहा है कि मौत ऑक्सीजन की सप्लाई ठप होने से नहीं हुई। कोई भी इस तरह सप्लाई बंद नहीं कर सकता हम जानते हैं कि इसके परिणाम क्या हो सकते हैं। वालिया ने कहा कि हम लोगों पेमेंट के लिए सम्बंधित अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा मगर किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। वहीं पुष्प सेल्स के मालिक मनीष भंडारी ने कहा है कि कॉलेज प्रशासन के रवैये के वजह से सब कुछ हुआ। इसमें सिर्फ और सिर्फ कॉलेज प्रशासन की गलती है।