
एक मुख्यमंत्री तो एक पुलिस अधिकारी कर्तव्य की मारामारी
श्री राम और श्री कृष्ण की पावन जन्म भूमि
रामकृष्ण प्रदेश की हृदय-प्रदेश भूमि
नमन-नमन कोटि-कोटि नमन हे भूमि
इन दो दिव्य विभूतियों के बिना सूनी-सूनी भारत भूमि
स्वतंत्र भारत ने देखा पहला ऐसा मुख्यमंत्री
राम-राज्य साकार करने में जुटा एक सन्तरी
कर्तव्य का ध्वज लहराया
भावना का ध्वज झुकाया
पूज्य पिता के स्वर्गवास पर संदेश भिजवाया
कोरोना से रण है मोर्चे से न हटूँगा
पूज्य पिता के दाह-संस्कार पर न आ सकूँगा
मोर्चे पर मैं तब-तक डटा रहूँगा
जब तक मायावी कोरोना-राक्षस का वध न कर दूँगा
सामाजिक-दूरी के नियम पर डटा रहूँगा
23 करोड़ जनता से भी यही कहूँगा
जात-पात और मजहब से उठना हम सीखें
दुराग्रहों को छोड़ें एक दूसरे पर न चीखें
दूसरों को मिटाना-सताना मजहब नहीं है
कोरोना का सहारा लेकर दहशत फैलाना भी मजहब नहीं है
हाथ में तिरंगा हिलाना मन से वहशी हो जाना
फिर सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा गाना
ऐसे दिखावों से होता देश का भला नहीं है
विपदा में सरकार का मन से साथ देना धरम यही है
धन्य-धन्य तेरा सर्वोच्च समर्पण हे मुख्यमंत्री योगी
तू तो त्याग का ज्वलंत उदाहरण है हे जोगी
रामकृष्ण प्रदेश में अपने फर्ज पर फिदा एस आई निशू कादियान देखी
एक साल की बीमार बच्ची अपनी वह गोदी में लेकर
इसी तर्ज पर अन्य महिला अफसर भी यही दोहरा रही हैं डटकर
पुलिस अफसर होने का फर्ज निभा रही हैं सतर्क होकर
कोरोना तो क्या कोरोना का बाप भी आ जाए
ऐसे धर्मवीर-कर्मवीर मुख्यमंत्री और पुलिस को देखकर तो काल भी भाग जाए।
धन्यवाद। सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, देहरादून