Tokyo Paralympics: टोक्यो में जारी पैरालंपिक के टेबल टेनिस प्रतियोगिता में भारत की भाविनाबेन पटेल ने सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। भाविना टेबल टेनिस क्लास-4 के फाइनल में पहुंची थी जहां उनके पास गोल्ड मेडल जीतने का मौका था लेकिन उन्हें हार का सामना कर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है।
फाइनल में भाबिना को विश्व की नंबर एक चीनी खिलाड़ी यिंग झोउ के हाथों 7-11, 5-11, 6-11 से हार का सामना करना पड़ा। मौजूदा पैरालंपिक खेलों में यह भारत का पहला पदक है।
भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व स्वर्ण पदक खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की।
भारतीय खिलाड़ी को फाइनल में सिर्फ 19 मिनट में हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह मौजूदा पैरालंपिक खेलों में भारत को पहला पदक दिलाने में सफल रहीं। भाविनाबेन को इस हफ्ते की शुरुआत में अपने पहले ग्रुप मैच में भी झाउ के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
बीजिंग और लंदन में गोल्ड मेडल सहित पैरालंपिक में पांच पदक जीतने वाली झाउ के खिलाफ भाविनाबेन जूझती नजर आईं और अपनी रणनीति को सही तरह से लागू नहीं कर पाई। भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व गोल्ड मेडल विजेता खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की।
मात्र 12 महीने की उम्र में पोलियो से संक्रमित होने वाली भाविनाबेन ने शनिवार को सेमीफाइनल में चीन की दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी मियाओ झैंग को 7-11 11-7 11-4 9-11 11-8 से हराया था। शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में भाविनाबेन ने रियो पैरालंपिक की गोल्ड मेडल विजेता और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सर्बिया की बोरिस्लावा पेरिच रेंकोविच को हराकर पदक सुनिश्चित करते हुए इतिहास रचा था।