जम्मू-कश्मीर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू में हैं और उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘पाक अधिकृत कश्मीर पर भारत की संसद में प्रस्ताव पारित हुआ था। पाक अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा था, भारत का हिस्सा है और रहेगा। ये कैसा हो सकता है कि शिव के स्वरूप बाबा अमरनाथ हमारे यहां हों और मां शारदा शक्ति स्वरूपा LOC के पार हों।’ बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबले जम्मू में कारगिल विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए हमारे सेना ने जो योगदान दिया है उसे भारत कभी भूल नहीं सकता है और देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए जिन जवानों ने शहादत दी है मैं उन सभी जवानों की स्मृति में शीश झुकाकर नमन करता हूं।’ राजनाथ ने कहा कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का ये पूरा इलाका ‘मेन वॉर थिएटर’ बना हुआ है। आजादी के बाद से ही इस पूरे इलाके पर दुश्मनों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई थी लेकिन भारतीय सेनाओं ने अपने पराक्रम और बलिदान के परिणास्वरूप दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल दिवस के मौके पर जम्मू में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों के परिजनों से भी मुलाकात की। कश्मीर का वो हिस्सा, जिस पर पाकिस्तान का कब्जा है, उसे पाक अधिकृत कश्मीर कहते हैं। २०१७ में हुई जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की जनसंख्या लगभग ४० लाख है। ये कैलकुलेशन मुजफ्फराबाद, नीलम, बाग, रावतकोट, हटियन बाला, कोटली, मीरपुर और भीम्बर जैसे जिलों में की गई है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद है, जो झेलम और इसकी सहायक नदी नीलम की घाटी में है।इससे पहले जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा था कि सहित पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का है। संसद अगर आदेश दे तो सेना पीओके पर भी कंट्रोल करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि जब से भारत की संसद ने आर्टिकल 370 को खत्म करने का प्रस्ताव पास किया था, उसके बाद से इस बात की बहस तेज हो गई थी कि पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) को भी भारत में मिलाया जाएगा।
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