
देहरादून (संवाददाता)। स्वाइन फ्लू के वायरस और मौसम में गहरा संबंध है। कम तापमान और ज्यादा नमी के कारण हवा घनी होती है, जो वायरस के एक्टिव होने में मदद्गार बनती है। यही कारण है कि स्वाइन फ्लू सर्दियों में असर दिखाता है। लेकिन गर्मी भी इस वायरस को निस्तेज नहीं कर पा रही है। जिस कारण इसका स्ट्रेन बदल गया है। मार्च से मई के बीच तीन लोगों ने इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवाई। थराली विधायक मगनलाल शाह की भी मौत स्वाइन फ्लू से ही हुई थी। स्वाइन फ्लू से बचाव को रखें इन बातों का ख्याल स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए इसके लक्षणों और अन्य सावधानियों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। सर्दी, जुकाम, सूखी खासी, थकान होना, सिरदर्द और आखों से पानी आना है। इसके अलावा स्वाइन फ्लू में सांस भी फूलने लगती है। अगर संक्रमण गंभीर है तो बुखार तेज होता जाता है।
The National News