श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, साल 2018 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 50 आतंकी मारे जा चुके हैं। आतंकियों पर हुए इस प्रहार से पाकिस्तान बेस्ड यह आतंकी संगठन बैकफुट पर आ गया है। बताते चलें कि पिछले साल ही जैश-ए-मोहम्मद काफी मजबूती से हावी होने लगा था, जिसके चलते पुलिस को अपनी रणनीति में काफी बदलाव करने पड़े। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने बताया, हालांकि, वे अभी भी बड़ा खतरा बने हुए हैं लेकिन पिछले एक साल में उनकी क्षमता को काफी नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि इस साल जैश के चीफ मौलाना मसूद अजहर की बहन के भाई तलहा और अजहर के भाई के इब्राहिम के बेटे ओस्मान को मार गिराया गया। 2018 में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के बड़े चेहरे पुलिस के मुताबिक, अजहर का भाई इब्राहिम 1999 के इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के हाईजैक में शामिल था। इस हाईजैक के चलते भारत सरकार ने कई आतंकियों को छोड़ दिया था। पुलिस अधिकारी का कहना है, हम जैश के उन लीडर्स को मारने में कामयाब रहे हैं, जो निकट भविष्य में बड़ा खतरा साबित हो सकते थे। मुफ्ती वकास, यासिर, ओस्मान और अली भाई इसमें से खास चेहरे थे, जिन्होंने काफी समस्या पैदा की थी। आपको यह भी बता दें कि 2018 की शुरुआत से लेकर अभी तक जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 206 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया है, जिसमें से 50 आतंकी जैश के थे। ये आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके थे और बड़े हमले करने की फिराक में थे। पुलिस के मुताबिक, घाटी में लगभग 290 से 320 आतंकी सक्रिय थे, जिसमें 200 स्थानीय और बाकी के विदेश थे। अनुमानों की मानें तो लगभग 157 स्थानीय लोगों ने इस साल आतंकी संगठनों का दामन थामा।
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