त्रिनेत्रधारी त्रिशूलधारी
डम-डम डमरू वाले सर्पहारी
प्रलय का पल आया माता पार्वती बाम अंगधारी
भारत की धरा पर तेरी जय-जयकार भारी
भारत माता दुखी अन्याय-अत्याचार आतंक की मारी
श्री राम श्री कृष्ण की धरती पर हे जटाधारी
भीतर-बाहर बैठे असंख्य शत्रु त्रिपुरारी
हो जाए महा तांडव हे प्रभो तांडवकारी
जगा दो प्रभो भारत माता के सपूतों को जगा दो
सदियों की नालायकी-निष्क्रियता भगा दो
ला दो ला दो प्रभो ऐसा भूकम्प ला दो
डम-डम-डमरू का ऐसा प्रलय नाद कर दो
जिहादिस्तान और ड्रैगिस्तान में ऐसा खौफ भर दो
भारत की धरा पर सदाचार और न्याय का बोलबाला कर दो
श्री राम मन्दिर और तीन तलाक बिल के विरोधियों का मुँह काला कर दो
ला दो ला दो सर्पधारी ऐसा भूचाल ला दो
जिहादिस्तान के जिहादियों की अन्तर-आत्मा जिला दो
एक बार अपने तांडव से प्रभो धरती हिला दो
होली में प्रभो इस बार रंग जमा दो।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor (NWN)