
B. of Journalism
M.A, English & Hindi
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
वहीं पर श्री राम मन्दिर बनाकर ही बाबर का दिया जख्म भर सकता
प्रयागराज के दिव्य संगम पर
रुद्राक्ष से ढके तेजस्वी रुद्राक्ष-बाबा
जप-तप में तुम्हारे दम है वाकई
संकल्प में तुम्हारे भ्रम नहीं वाकई
तो श्री राम मन्दिर मसले को
सुप्रीम कोर्ट की कैद से बाहर लाओ
पूरी देवपुरी अयोध्या से बाबर के पुजारियों को खदेड़ भगाओ।
सुना है तुमने रुद्राक्ष-बाबा
श्री राम मन्दिर निर्माण का संकल्प लिया है
शिव की भक्ति में आकर तुमने यह अच्छा काम किया है
समझाओ हे बाबा इस भटके देश को
अयोध्या मथुरा और काशी वाले देश को
इन विशेष महत्व के पवित्र स्थलों को
जमीन के टुकड़े समझने की नादानी न की जाए
केन्द्र सरकार इन मसलों को तत्काल सुलटाए
टाल-मटोल की कुनीति से तुरन्त बाहर आ जाए।
इन तीन महान तीर्थों के लिए
संविधान संसोधन की राह पकड़ो
विशेष कानून बनाकर
भूमि अधिग्रहण का पथ प्रशस्त करो
भविष्य की पीढ़ियों के लिए कुछ तो निर्णायक कर जाओ
अरे कुछ सालों के पंछियो देश को स्थायी हल दे जाओ।
चन्द मुसलमानों की जिहादी हठ से डरकर
संविधान के सेकुलर चेहरे का राग मत अलापो
इन तीन स्थलों को आक्रांताओं की जद से बाहर निकालो
जमीन के साधारण झगड़े का मामला मत बनाओ
इन पवित्र स्थलों की बहाली को आक्रमण से पहले वाली स्थिति में आँको
कम से कम देवपुरी अयोध्या मसले पर दाँए-बाँए मत झाँको
हठधर्मी मुसलमानों को दस गुना जमीन कहीं अन्यत्र दे दो
सुप्रीम कोर्ट की क्षमता से बाहर के मसले को अपने कब्जे में ले लो
अयोध्या मसला है पाँच सौ बरस पुराना इसे और मत ठेलो
राजनीति के क्षुद्र पचड़ों से मोदी जी बाहर आओ
छप्पन इंची सीने का अब तो राज बताओ
महाशय दिल्ली से पीठ दिखाकर मत जाओ
मायावती, राहुल और मुलायम परिवार की तरह अयोध्या को मत ठुकराओ
कम से कम एक बार तो प्रधानमंत्री रहते रामलला को मत्था टेककर आओ
योगी जी की तरह राम प्रेम का कोई तो प्रमाण दिखाओ।
-जय भारत