रेप का आरोप लगाने वाली महिला के पिता की पुलिस हिरासत में मौत
लखनऊ । उन्नाव सदर से भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके सहयोगियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला के पिता की सोमवार (9 अप्रैल) को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई. उसे बीते रविवार (8 अप्रैल) को गिरफ्तार किया गया था. महिला और उसके परिवार वालों ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर खुदकुशी करने की कोशिश की थी. वहीं दूसरी ओर डॉक्टर का कहना है कि व्यक्ति की मौत आज (9 अप्रैल) सुबह हुई. उन्नाव के जिला अस्पताल के डॉक्टर अतुल ने बताया, पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद व्यक्ति को देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सुबह में उसकी मौत हो गई. व्यक्ति को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था. भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला रविवार की दोपहर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के पास परिवार के साथ पहुंचकर आत्मदाह की कोशिश की थी. पुलिसकर्मिर्यो ने किसी तरह सबको काबू में किया, फिर सभी को गौतमपल्ली थाने लेकर पहुंची. महिला का आरोप है कि विधायक की शिकायत करने के बावजूद पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है. विधायक के गुर्गे उसके साथ मारपीट कर रहे हैं, उसे जानमाल की धमकी की जा रही है. इसलिए इंसाफ की गुहार लिए वह परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास आई. उन्नाव के माखी क्षेत्र निवासी एक महिला अपनी मां, चाची और दादी सहित चार बहनों व एक मासूम भाई के साथ 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के पास पहुंची और पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते.. उससे पहले ही सभी ने अपने ऊपर मिट्टीतेल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की. सकते में आए पुलिसकर्मियों ने वक्त रहते सभी को काबू में किया और गौतमपल्ली थाने लेकर पहुंची. पीडि़त महिला ने आरोप लगाया कि उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई अतुल सिंह ने उससे दुष्कर्म किया और अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पुलिस से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. न्याय न मिलने से आहत होकर वह परिवार संग आत्मदाह के लिए मजबूर हुई. पुलिस के काफी समझाने के बाद भी परिवार शांत नहीं हुआ और गौतमपल्ली थाने में ही धरने पर बैठ गया है. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इस मामले में लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि पीडि़त महिला ने विधायक सेंगर पर गंभीर आरोप लगाया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला के परिवार और दूसरे पक्ष का पिछले करीब 10-12 साल से विवाद चल रहा है. उन्होंने बताया कि केस लखनऊ ट्रांसफर करा दिया गया है. पुलिस मामले की जांच करेगी उसके बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी.