गोलगप्पे का नाम सुनते ही अधिकतर लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। मौका मिलते ही लोग गोलगप्पे के प्रति अपनी दीवानगी जाहिर कर देते हैं। हालांकि अक्सर इसे खाने वालों को सेहत के प्रति लापरवाह कहा जाता है। अति हर चीज की खराब होती है, लेकिन एक हद तक गोलगप्पे आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अब अगर आपको कोई ऐसा कहे तो उसे इसकी खासियत बताना न भूलें।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि आपकी पसंदीदा पानीपुरी कभी आपका हाजमा नहीं बिगाड़ती है। इसका स्वाद बढ़ाने वाले मसाले दरअसल आपका हाजमा दुरुस्त करते हैं। हमारी बात पर शायद खुद आपको भी यकीन नहीं हो रहा होगा, मगर यह सच है। गोलगप्पे बहुत सारी स्थिति में आपकी तबीयत ठीक करते हैं। पानीपुरी का चटपटा पानी ऐसे मसालों से मिलकर बनता है जो असिटिडी और पेट दर्द जैसी समस्याओं को भी खत्म कर देते हैं।
इसके अलग-अलग नाम हैं -गोलगप्पे या पानीपुरी को देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। इसे महाराष्ट्र में पानीपूरी बोलते हैं, हरियाणा में पताशे, एमपी में पानी पताशे, यूपी में पड़ाके या गोलगप्पे, बिहार में फुल्की, पश्चिम बंगाल में पुचका, ओडीशा में गुपचुप और गुजरात में पकोड़ी कहते हैं।
गोलगप्पे खाने के फायदे -वजन करता है कम -हरदिल अजीज गोलगप्पे के पानी को थोड़ी सावधानी के साथ बनाया जाए तो यह बढ़ते वजन की समस्या में राहत दिला सकता है। सबसे पहली बात तो यह कि इसमें मीठा बिलकुल न हो और पुदीना, हींग, नींबू व कच्चा आम मिला दिया जाए। पानी में टमाटर का भी उपयोग न किया गया हो तो बेहतर है। साथ ही गोलगप्पे को रवे की बजाए आटे से बनाना व कम तलना फायदेमंद रहेगा।
मुंह के छाले करे ठीक -पुचके के पानी का तीखा और खट्टा स्वाद मुंह के छालों में राहत दिलाने का काम करता है। इसमें जलजीरा, पुदीना और इमली होती है। इनका तीखापन और खट्टापन पेट साफ करने के साथ छालों का पानी निकालकर उन्हें सूखा देता है।
असिडिटी में लाभ -सफर के दौरान कुछ लोगों को बंद माहौल में घुटन महसूस होती है। कभी-कभी मितली भी महसूस होने लगती है। ऐसे में आटे से बने 3-4 गोलगप्पे खा लेने से तुरंत आराम मिलता है। गर्मी के दिनों में बाहर घूमने से प्यास ज्यादा लगती है और थकावट महसूस होती है। ऐसी स्थिति में केवल पानी पीने के बजाए पहले कुछ गोलगप्पे खा लें। यदि आप गोलगप्पे खाने के बाद पानी पीते हैं तो आपको एकदम फ्रेश-फ्रेश फील होता है।
दोपहर में खाना फायदेमंद -गोलगप्पे खाने के लिए दोपहर का समय सबसे सही होता है। शाम के समय पानी पताशे खाने से वजन बढऩे की आशंका रहती है। साथ ही कसरत करने से पहले या बाद में गोलगप्पे खाना भी नुकसान करता है।
आटे से बने गोलगप्पे खाएं -गोलगप्पेवाला अक्सर पूछता है, रवे के या आटे के? तो अगली बार जब वह आपसे यह सवाल पूछे, तो उसे आटे के गोलगप्पे खिलाने के लिए कहें। यह आपके वजन कम करने के टार्गेट को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही भरावन में छोले या मटर के बजाए मूंग या चने की दाल का प्रयोग ज्यादा फायदा पहुंचाएगा।
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