वेल्लोर । कर्नाटक में वेल्लोर स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में सात साल की बच्ची के पेट से लगभग दो किलोग्राम बालों का गुच्छा निकाला गया है। बच्ची रैपुंजेल सिंड्रोम से पीडि़त है। बच्ची को बीते 14 फरवरी को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल में ऐडमिट कराया गया था। बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं। 6 मार्च को बच्ची की सर्जरी करने वाले डॉक्टर वी. रवि गोपीनाथ ने बताया, इससे पहले बच्ची की इलाज करने वाले डॉक्टर ने यहां के लिए रेफर कर दिया था। हमें पता चला कि पेट के ऊपरी हिस्से में कुछ फूला हुआ सा है। बच्ची के घरवालों ने भी बताया कि वह ठीक से खाना नहीं खा रही थी और पिछले एक साल से बार-बार उल्टियां भी हो रही थीं। पिछले छह महीने से बच्ची को दर्द भी ज्यादा हो रहा था।
बच्ची को दुर्लभ बीमारी – बताया गया कि बच्ची की मां ने उसके व्यवहार में बदलाव देखा और पाया कि उसके बाल भी कम हो रहे हैं। डॉक्टर ने बताया, हमने पाया कि बच्ची की आंत पर बालों का गुच्छा फंसा है। हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि बच्ची रैपुंजेल सिंड्रोम से पीडि़त है। आंत के सामने इतने बाल आ जाने के आंत एक प्रकार से लॉक हो गई थी। यह एक दुर्लभ बीमारी है और अभी तक दुनियाभर में इस तरह के मात्र 45-50 केस ही सामने आए हैं। डॉक्टर ने यह भी बताया कि बच्ची खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी। स्कूल से घर आने के बाद बच्ची ज्यादातर अकेली रहती थी और मां के पास भी नहीं जाती थी। डॉक्टर गोपीनाथ ने कहा, हमने सर्जरी करके 1.5 से 2 किलोग्राम बाल निकाले, जिसमें हमें 90 मिनट लगे। बच्ची ठीक हो गई है और अब खाना भी खा पा रही है। सर्जरी के बाद बच्ची का वजन भी 2.5 किलोग्राम बढ़ गया है।
Check Also
मुख्यमंत्री धामी ने वित्त मंत्री सीतारमण से भेंट कर उत्तराखंड राज्य से संबंधित विषयों पर की चर्चा
देहरादून (सूचना विभाग) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री …