देहरादून (संवाददाता)। राज्य लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में परिवर्तन होगा। उत्तराखंड से संबंधित 40 प्रतिशत विषय सामग्री नए पाठ्यक्रम का हिस्सा होगी। साथ में प्रश्नपत्र बनाने का पैटर्न उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग की भांति रखा जाएगा। सोमवार को कार्मिक विभाग के साथ राज्य लोक सेवा आयोग के अधिकारयिों की बैठक में यह सहमति बनी है। प्रदेश में पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और फिर राज्य लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में घोटाले सामने से सरकार चिंतित है। भर्ती परीक्षाओं की शुचिता, निष्पक्षता, गोपनीयता बनाए रखने के लिए विभिन्न स्तर पर बदलाव किए जा रहे हैं। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त नकलरोधी कानून बनाया जा चुका है। अब आयोगों के स्तर पर होने वाली परीक्षाओं के पैटर्न में भी परिवर्तन की तैयारी है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भीर्ती परीक्षा पैटर्न में परिवर्तन का प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंप दिया है। इसमें एक परीक्षा के स्थान पर अब प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा का प्रस्ताव है। साथ में इन परीक्षाओं को आनलान और आफलाइन मोड में कराने का प्रस्ताव भी है। सोमवार को राज्य लोक सेवा आयोग के परीक्षा पैटर्न में परिवर्तन पर शासन ने मंथन किया। सचिवालय में कार्मिक सचिव शैलेश बगोली की अध्यक्षता में कार्मिक और राज्य लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि परीक्षा पाठ्यक्रम में उत्तराखंड से संबंधित विषय सामग्री 40 प्रतिशत तक सम्मिलित की जाएगी। भर्ती परीक्षाओं में प्रदेश की लोक संस्कृति,पर्व, परंपराएं, भूगोल, प्राकृतिक संपदा समेत विभन्न विषयों से संबंधित सामग्री अब अधिक पूछी जाएगी। प्रदेश के परीक्षार्थियों को इससे अधिक लाभ मिल सकेगा। साथ में परीक्षा की शुचिता के लिए उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग के पैटर्न पर प्रश्नपत्र बनाने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत समेत आयोग एवं कार्मिक के अधिकारी उपस्थित रहे।
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