नई दिल्ली । पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर जांच एजेंसियों ने जांच पड़ताल तेज कर दी है। इसी बीच बीते दिन सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें इस केस को सीट को सौंपने की मांग की गई है। फिलहाल सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय बैंकिंग सेक्टर के इस सबसे बड़े घोटाले की जांच कर रहे हैं। सोमवार को वकील एम एल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक जनहित याचिका दायर की। इस याचिका में कहा गया है कि पीएनबी घोटाले और उससे जुड़े ज्वैलरी व्यापारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी को लेकर हो रही जांच का जिम्मा स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (सीट) को सौंपा जाए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका पर सुनवाई होना बाकी है। गौरतलब है कि पीएनबी बैंक से जुड़े घोटाले के सूत्रधार कारोबारी नीरव मोदी विदेश भाग चुका है। प्रवर्तन निदेशालय पीएनबी घोटाले की जांच कर रहा है जबकि आयकर विभाग हीरा कारोबारी के कालेधन पर शिकंजा कस रहा है। इसी के चलते सीबीआई ने सोमवार को तीन और अधिकारियों को गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां नीरव मोदी धोखाधड़ी मामले में हुई पहले की गिरफ्तारियों से अलग है। गिरफ्तार अधिकारी पंजाब नेशनल बैंक के ब्रैडी हाउस, मुंबई ब्रांच के हैं। इनमें पहला नाम बच्चू तिवारी, चीफ मैनेजर इनचार्ज, फॉरेक्स डिपार्टमेंट का है।
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