सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
सरकार ओ सरकार
क्या सुना तूने लोगों का हाहाकार
मरने वाले मासूमों की चीत्कार
हर पल दुर्घटना की बेबस इन्तजार
कानों से रुई निकालो
आँखों से रंगीन चश्मा हटाओ
इन दो चौराहों पर हाई टैक गोल चबूतरे बनाओ
पुलिस के जवान तैनात करो
नेशनल हाइर्व-76 की इस विपदा पर
आए दिन थोपी जा रही मौतों पर
कृपया तुरंत विराम लगाओ।
यातायात पुलिस की इस घोर लापरवाही ने
कई घरों के चिराग बुझाए हैं
पुलिस की इस नासमझी ने
कई-कई दिलों पर बिजलियाँ गिराई हैं
अरे सरकार इन दो अनाथ चौराहों को
कब अपना संरक्षण दोगे
कब आखिर कब
अपनी नैतिक जिम्मेदारी का थोड़ा सा सिला दोगे
भूल जाओ आज से पहले की नर-बलियाँ
ये दो चौराहे जो भोग चुके वह भी छोड़ो
कृपया आज के बाद फौरन
कुछ ऐसा इन्तजाम करो
इलाके के लोगों को रोज-रोज के
मातमी तमाशोें से आजाद करो
राजधानी के ये दो दाग
जल्दी से जल्दी धो डालो
अजबपुर क्षेत्र की इस विपदा को
हमेशा-हमेशा़ के लिए मिटा डालो
इन चौराहों पर दो-ठौ अंडर बाईपास बना डालो।