पौड़ी (संवाददाता)। विकास खंड कल्जीखाल के नैथाना सहित आधा दर्जन गांवों में मवेशी इन दिनों खुरपका रोग की चपेट में हैं। आलम यह है कि एक के बाद एक मवेशी के रोग की चपेट में आने से भी ग्रामीण परेशान हो चले हैं, लेकिन दो सप्ताह बाद भी पशुपालन विभाग के किसी भी चिकित्सक के प्रभावित गांवों में न आने से ग्रामीण खासा परेशान हैं।क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने बताया कि कल्जीखाल क्षेत्र के नैथाना के अलावा पंचाली, कलेथ सहित कई गांवों में दर्जनों मवेशी खुरपका रोग से ग्रसित हैं। कहा कि प्रभावित गांवों में पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के न पहुंचने से समस्या गहराती जा रही है। कुछ बछड़ों की मौत भी हो गई है, लेकिन पशु चिकित्सा विभाग सुध लेने को तैयार नहीं है। नैथाना निवासी वीरेंद्र दत्त नैथानी के अलावा क्षेत्र के डॉ. गिरीश का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध व्यवसाय ग्रामीणों की आजीविका का प्रमुख साधन है। ऐसे में मवेशियों के रोग के चपेट में आने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसके बत्र्वाल ने बताया कि कल्जीखाल के कई गांवों में मवेशियों के खुरपका रोग की चपेट में जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है। कहा कि इसका पता किया जा रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने कहा मंगलवार को क्षेत्र में चिकित्सकों की टीम भेजी जाएगी।
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