
उत्तरकाशी (संवाददाता)। जिले में गंगा दशहरा पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं एवं देवडोलियों संग गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस पर्व पर जिला मुख्यालय उत्तरकाशी एवं गंगोत्री धाम में विशेष धार्मिक अनुष्ठान हुए। मान्यता है कि गंगा दशहरा पर्व के दिन ही मां गंगा शिवजी की जटाओं से धरती पर अवतरित हुई थीं। बुधवार को जिले में गंगा दशहरा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम में प्रात: चार बजे गंगा जी का महाभिषेक किया गया। वहीं राजा भगीरथ की मूर्ति को डोली में बैठाकर गंगा घाट पर ले जाया गया। जहां पर राजा भागीरथ की ओर से गंगा की विशेष पूजा-अर्चना कराई गई। इस पर्व पर हरि महाराज, नागराजा, कपिल मुनि सहित टिहरी जिले से भी देव डोलियां अपने भक्तों के साथ गंगोत्री धाम पहुंची। जहां तीर्थयात्रियों सहित दस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां गंगा में स्नान के लिए आस्था की डुबकी लगाई। मंदिर समिति की ओर से इस अवसर पर हवन तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष मुकेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल, उपाध्यक्ष अरुण सेमवाल, प्रेमबल्लभ सेमवाल, सुधांशु सेमवाल आदि मौजूद थे। वहीं जिला मुख्यालय पर श्री गंगा दशहरा महोत्सव समिति ने नगर में भव्य कलश यात्रा निकाल कर लोगों से गंगा को स्वच्छता बनाये रखने की अपील की। जबकि कैलाश आश्रम उजेली में गंगा घाट पर महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद सरस्वती के नेतृत्व में गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस मौके पर आचार्य स्वामी सर्वानंद, भाजपा के जिल महामंत्री हरीश डंगवाल, सते सिंह राणा, संजय गुप्ता आदि मौजूद थे। वहीं संग्राली गांव में गंगा दशहरा पर्व पर पांडव नृत्य का आयोजन किया गया।