एक हरि जीते एक हरि हारे
अज़ब-गज़ब हरि कथा रे।
अर्जुन को कह गये श्रीकृष्णा
छोड़ो मित्र जीत हार की तृष्णा।
नम्बर के इस खेल में प्यारे
मोदी जीते राहुल जी हारे।
किसी का नहीं कुछ बिगड़ा रे
हरि से जीते हरि से हारे।
वीर कहे राजनीति की यह चटनी
बाबा राहुल ने राज्यसभा में खाई पटकनी।
मोदी आगे देश छूट गया पीछे
विरोधियो तुम सब विरोध के पागलपन में रीझे।
चलो मोदी ने तीनतलाक बाजों पर ढीला कर दिया फंदा
अब तो छोड़ो नारी विरोधियो अपनी किच-किच का धंधा।
तीनतलाक बाजों को छुट्टा छोड़ना नहीं देश के हक में
नारी समाज को गुलाम कब तक रखोगे मज़हब की बक-बक में।
भारतवासियो कानून की नजर में हिन्दू मुसलमान ईसाई सिख सब बराबर
इस्लाम के नशे में जहन्नुम मत बनाओ देश को भारत माता का मत करो निरादर।
Virendra Dev Gaur (Veer Jhuggiwala)
Chief Editor (NWN)