रुडकी (संवाददाता)। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा आज से विधिवत रूप से आरंभ हो गई। हालांकि अभी कांवडिय़ों की संख्या कम है। श्रावण मास शुरू होते ही शिवालयों में श्रद्धालुओं ने भगवान भोले का जलाभिषेक किया। गुरु पूर्णिमा के अगले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो गई। कांवड़ यात्रा के शुरुआत में पैदल कांवडि़ए आते हैं। कांवड़ पटरी मार्ग से कांवडिय़ों को हरिद्वार भेजा जा रहा है। अभी कांवडिय़ों की संख्या सीमित है। बीस जुलाई के बाद पैदल कांवडिय़ों की संख्या बढऩे का अनुमान लगाया जा रहा है। कांवड़ पटरी मार्ग पर यातायात प्लान लागू करने के लिए पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग की गई है। चंद्रशेखर चौक और वोट क्लब के पास बैरिकेडिंग की गई है। हालांकि अभी यहां से सभी तरह के वाहनों को आने दिया जा रहा है। कांवड़ पटरी मार्ग पर कांवडिय़ों की भीड़ बढऩे के बाद यहां से दुपहिया वाहनों को निकाला जाएगा। गणेशपुर पुल से दुपहिया वाहन नहीं आ पा पाएंगे। वहीं, सावन मास शुरू होते ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। भगवान भोले को भक्तों ने जल चढ़ाया। सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ेगा। ट्रैफिक इंस्पेक्टर मोहम्मद अकरम ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर कांवड़ पटरी मार्ग पर बैरिकेडिंग कर पुलिस बल तैनात किया गया है। भीड़ बढऩे पर ट्रैफिक प्लान लागू किया जाएगा। एहतियातन लकड़ी की बल्ली लगाकर बैरिकेडिंग कर दी गई है। कांवडिय़ों की संख्या बढऩे पर इन जगहों पर एसपीओ को भी तैनात किया जाएगा।
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