
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने आईईडी से हमला किया. जानकारी के मुताबिक, आधिकारिक रूप से शहीदों का आंकड़ा 20 बताया जा रहा है. लेकिन, सीआरपीएफ कंट्रोल रूम समेत तमाम सूत्रों और एजेंसियों के मुताबिक, अब तक कम से कम 27 जवान शहीद हो चुके हैं. ये आंकड़ा आगे बढ़ सकता है. आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. उरी के बाद इसे पहला इतना बड़ा हमला माना जा रहा है. 18 सितंबर 2016 को हुए उरी हमले में कुल 19 जवान शहीद हो गए थे.
बताया जा रहा है कि सीआपीएफ के काफिले में 70 से ज्यादा गाडिय़ां शामिल थीं, जिसमें 2500 से ज्यादा जवान सवार थे. ये सभी छुट्टियां खत्म कर ड्यूटी पर लौट रहे थे. जानकारी के मुताबिक, आतंकियों ने पहले सुरक्षाबलों की एक गाड़ी को निशाना बनाया है. फिर ताबड़तोड़ फायरिंग भी की. ऐसी खबरें आ रही हैं कि आतंकियों ने आईईडी के साथ ग्रेनेड भी फेंका. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है. घायल जवानों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
पुलवामा में उरी जैसा बड़ा धमाका
इस हमले को उरी के बाद अब तक का सबसे बड़ा धमाका बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, करीब एक हफ्ते पहले खुफिया एजेंसी ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट्ट की फांसी की बरसी (9 फरवरी) को लेकर अलर्ट जारी किया था. इसमें साफ कहा गया था कि आतंकियों ने हमले का प्लान बनाया है. खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के काफिले और उनके आने जाने के रास्ते पर आईईडी से हमला कर सकते हैं.
इन जिलों में हाई अलर्ट
इस हमले के बाद सेना ने जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक रोक दिया है और सर्च ऑपरेशन चला रही है. वहीं, अवंतिपोरा, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.