जात-पात की छांछ छोल-छोल कर
वोट का मक्खन खाने वालो
मजहबी बीन बजाकर
सामाजिक-समरसता को नफरत के नागों से डसवाने वालो
तुम ऐसा करके खुद को मजबूत
देश के माहौल को नेस्तनाबूद
करने का जो जुर्म कर रहे हो
उसकी भरपाई कौन करेगाा जिगनेश नुमा नायको
देश मिलकर प्रगति करेगा लड़कर नहीं नालायको
आरक्षण नफरत की आग में घी डालता रहेगा
बगैर आरक्षणवाली नीतियों से देश बुलन्द होगा खलनायको ।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor