आर एस एस के सर संघचालक भागवत की सरपरस्ती में
तीन तलाक की शिकार बहनों माताओं को
पेंशन देने की पहल का असर
मुल्लाओं मौलवियों जिन्नाओं और तीन तलाक के प्रेमी मर्दों पर
बिजली गिरने के कहर सा हुआ होगा
आर एस एस की तुलना
मुसलमानों के देशद्रोही संगठनों से करने वालो
अगर आर एस एस न होता तो
कश्मीर में चलाया जा रहा जिहाद
भारत के चप्पे-चप्पे पर चस्पा हो चुका होता
आर एस एस कट्टर मुस्लिम पंथ का जवाब नहीं
कांग्रेसियो सपाइयो बसपाइयो बल्कि शर्तिया इलाज है
आर एस एस राष्ट्र की आवाज़ है
यह गैर-सरकारी पेंशन योजना तो महज आगाज़ है।
तभी तो कह रहा मैं वीर चरण धूल रघुवीर
श्री राम के देश में क्यों हरा जा रहा चीर
मुस्लिम माताओं-बहनों की समझो वोटगर्दाे पीर
तीन तलाक का ज़हर बुझा तोड़ फेंको अब तीर
आर एस एस की मंशा देश प्रेम भरी गंभीर
जगाओ-जगाओ तुम अपना सो रहा ज़मीर।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor (NWN)