सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
गणेश चतुर्थी आई
भक्तों में मस्ती छाई
ली भक्तों ने अँगड़ाई
श्री गणेश हमारी पाई-पाई
हमने आपकी कृपा से है प्रभो पाई
जय-जय पार्वती माई
शिव शंकर ने प्रभो कृपा बरसाई।
जाप आपका हम दिन-रात करते
आपसे हर काम की शुरुआत करते
आप हमारे सब विघ्न हरते
जय जय गणपति रटते रहते
नहीं विपदाओं से हम डरते
जय जय पार्वती पुत्र कहते-कहते
शीश आपके चरणों में रगड़ते
शिव शंकर से आशा करते
भारत को प्रभो श्रेष्ठ बनाओ
हर मन में तुम छा जाओ।
हरे गणेश हरे गणेश
हरे गणेश देवा
शिव शंकर के चरणों की सेवा
हरे राम हरे कृष्ण हरे महादेवा
हरे भारती माता भगवती के आशीष का मेवा
देवा देवा गणपति देवा
ब्रहृमा विष्णु-महेश देश को, वर दो देवा
दिशा विश्व को हम दे पाएं
माँ भारती के चरणों में रम जाएं।