जब-जब बी जे पी की बहार आई
और कमल मुस्काए
मुझे इटली याद आए
भारत में दम घुटने को आए
हमारी जान में जान बन आए
नानी हमें याद आए
हम पहुँच जाते इटली बिन बुलाए
इस मोदी से पिंड कोई छुड़ाए
इसको डाउन करने का कोई राज बताए
हमें इसमें रावण नजर है आए
कोई विभीषण बनकर तो आए
मेरी विपदा पर कोई तो तरस खाए
अब मैं ट्रेनी अध्यक्ष नहीं रहा भाए
फुल बाजू वाला अध्यक्ष बना दिया बैठे-बिठाए
अनाड़ी बोल रहे हम इटली भाग आए
इतना नहीं जानते हम नाजुक-जान सीधा उड़ कर हैं आए
त्रिपुरा में जीरो दिल्ली में जीरो पर ननिहाल में हैं हम हीरो
बाँए बाजू वाली पार्टी आओ मेरी ननिहाल में आओ
यहाँ से दूरबीन लगाकर इत्मिनान से खोजेंगे मोदी शाह की कमजोर नसें
पकोड़े तलेंगे पकोड़े खाएँगे पकोड़े ही बुरे वक्त में काम आंएगे
भारत को भारत की जड़ों से काटते रहेंगे खुद मौज करेंगे ईसाई-मुसलमान करेंगे
2019 की छल-कबड्डी में इन दोनों मुस्टंडों को चित्त करेंगे।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor (NWN)