नई दिल्ली, 26-07-2017 (नेशनल वार्ता ब्यूरो)। इसरो ने उपग्रह आधारित चिप प्रणाली विकसित की है जो अब सड़क मार्ग से सफर करने वाले लोगों को मानव रहित रेल फाटकों पर ट्रेन को लेकर आगाह करेगी। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि उस वक्त कोई खास ट्रेन कहां है। प्रायोगिक रूप से मुंबई और गुवाहाटी राजधानी ट्रेन में यह प्रणाली लगाई जाएगी। रेलवे ट्रेनों के इंजनों में इसरो में विकसित इंटिग्रेटेड सर्किट (आईसी) चिप लगाएगा। इससे जब ट्रेन किसी मानव रहित फाटक के नजदीक पहुंचेगी तो हूटर सड़क मार्ग उपयोग करने वाले लोगों को आगाह करेगा। इस परियोजना से जुड़े रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुवाहाटी और मुंबई के लिए राजधानी के रेल मार्गों पर 20 मानव रहित रेल फाटकों पर हुटर लगाए जाएंगे। परियोजना के अनुसार चरणबद्ध तरीके से इस प्रौद्योगिकी से और भी ट्रेनों को सुसज्जित किया जाएगा। इसके तहत फाटकों से करीब 500 मीटर पहले आईसी चिप के माध्यम से हूटर बजने लगेगा। इससे सड़क मार्ग का उपयोग कर रहे लोग और उनके साथ ही फाटक के नजदीक ट्रेन चालक भी सचेत हो जाएगा। जैसेकृजैसे ट्रेन रेल फाटक के नजदीक पहुंचेगी, हूटर की आवाज तेज होती जाएगी। ट्रेन के पार होते ही हूटर शांत हो जाएगा। सड़क मार्ग उपयोग करने वालों को सचेत करने के साथ ही उपग्रह आधारित प्रणाली का उपयोग ट्रेन पर निगाह रखने और रियलटाइम के आधार पर उसके आवागमन के बारे में बताने के लिए भी होगा।इस प्रणाली से मुसाफिरों और अन्य लोगों को बहुत मदद मिलेगी क्योंकि अभी ट्रेन की स्थिति और आवाजाही का पता लगाने के लिए ऐसी व्यवस्था नहीं है। फिलहाल यह काम हाथों से किया जाता है।दरअसल, मानव रहित रेल फाटकों पर लोगों की सुरक्षा रेलवे के लिए एक बड़ी चिंता है और रेलवे इससे निबटने के लिए विभिन्न तरीके खोज रहा है। अभी देश में तकरीबन 10 हजार मानवकृरहित फाटक हैं और रेलवे से जुड़े हादसों में से तकरीबन 40 फीसद इनके ही कारण हो रहे हैं।
Check Also
मुख्यमंत्री धामी ने वित्त मंत्री सीतारमण से भेंट कर उत्तराखंड राज्य से संबंधित विषयों पर की चर्चा
देहरादून (सूचना विभाग) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री …