
रुको अभी रुको क्या जल्दी है
पाँच सौ बरसों का इन्तजार कर सकते हो
तो फिर क्या जल्दी है
यही है इनाम
यही है इल्जाम कि क्या जल्दी है
पर बाबर था शैतान
इस हकीकत पर मरघट की चुप्पी है
उसकी भारत पर जीत की पूरी तसल्ली है
अंग्रेज मानते थे श्री राम मन्दिर की कब्र पर बनी मस्जिद को
टू-नेशन थ्योरी का जिंदा भूत
कांग्रेस सपा बसपा वगैरह हैं उन्ही अंग्रेजों के मौजूदा दूत
अगर समझते हो देशभक्त भाजपाइयो तुम खुद को श्री राम का पूत
तो छेड़ दो महा संग्राम
बाबर के भक्तों के खिलाफ बोलकर श्री राम।
एक संग्राम ज़रूरी है
एक घमासान ज़रूरी है
मुगलों-सुल्तानों के भूत भगाना ज़रूरी है
अयोध्या में श्री राम की बदहाली पर आँसू बहाने वालो
श्री राम की आज़ादी के लिये लहू बहाना ज़रूरी है
अभी मानो भारत माता की आज़ादी अधूरी है
गंगा जमुनी संस्कृति की थोथी-झूठी दुहाई देने वालो
राम-लला के भव्य मन्दिर के लिये एक कड़ा इम्तहान ज़रूरी है
तभी भारत माता पूरी आज़ाद होगी
तभी नए शक्तिशाली भारत की एक नई शुरुआत होगी।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor
The National News