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माँ भारती के महान सपूत महाराणा प्रताप जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन

ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के अवतरण दिवस के अवसर पर 3 जून से 9 जून को सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। आज पूज्य संत श्री रमेश भाई ओझा जी और विख्यात सूफी गायक पद्मश्री श्री कैलाश खेर जी के परमार्थ गंगा आरती में सहभाग कर सेवा महोत्सव का आगाज़ किया। एक सप्ताह तक चलने वाले सेवा महोत्सव में पूज्य संत, विचारक, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी, गायक, कलाकार और विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध वक्ता सहभाग कर रहे हैं। सेवा महोत्सव का हर दिन परमार्थ निकेतन द्वारा सम्पादित प्रोजेक्ट को समर्पित है। ज्ञात हो कि 3 जून को परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज का 70 वां अवतरण दिवस है, जिसमें सहभाग करने हेतु भारत सहित विश्व के अनेक देशों के श्रद्धालु सहभाग कर रहे हैं। 75 वें अमृत महोत्सव के पावन अवसर पर पर्यावरण और नदियों को समर्पित मानस कथा के मंच से आज स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने राजस्थान के शेर महाराणा प्रताप जी को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि ‘‘निडर योद्धा, एक कुशल रणनीतिकार, सम्राट शिरोमणि मातृभूमि के रक्षक और स्वाभिमान योद्धा थे महाराणा प्रताप। महाराणा प्रताप का पराक्रम, मातृभूमि के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा आने वाली पीढ़ियों को अपने राष्ट्र के प्रति समर्पित भाव से जीने का संदेश देती है।’’
3 जून- परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के 70वें अवतरण दिवस समारोह के अवसर पर पूज्य संतों का आशीर्वाद तथा पूज्य स्वामी जी महाराज के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र का विशेष प्रीमियर और सांयकाल 8ः30 बजे पदमश्री कैलाश खेर जी व उनके कैलाशा बैंड द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी जायेगी। 4 जून – संस्कृति और विरासत की रक्षा के लिए पूज्य स्वामीजी के अथक प्रयासों को समर्पित किया गया है। 5 जून – पर्यावरण संरक्षण के लिए पूज्य स्वामीजी की प्रतिबद्धता को समर्पित है। 6 जून – योग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके योगदान को समर्पित है। 7 जून – जीवा, परमार्थ निकेतन और यूएनएफपीए के संयुक्त तत्वाधान में राउंड टेबल कान्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू अपने बहुमूल्य विचार और शास्त्रों में उल्लेख के माध्यम से बाल विवाह, लैंगिक समानता और माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर चर्चा करेंगे ताकि समाज में इन विषयों को लेकर जागरण हो सके। सांयकाल के समय विश्व प्रसिद्ध ड्रमवादक शिवमणि जी की विशेष संगीत संध्या जिसकी थीम ‘’बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ और बेटी को आगे बढ़ाओ’’ होगी। 7 व 8 जून को परमार्थ निकेतन चिकित्सालय में निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 8 जून – परम पूज्य स्वामीजी के जीवन और दिव्य संस्मरणों पर नृत्य नाटक का विशेष प्रीमियर के साथ महिला सशक्तिकरण और गांधीवादी सिद्धांतों को समर्पित है। 9 जून – गंगा दशहरा के पावन अवसर पर पूज्य साध्वी भगवती जी की सन्यास दीक्षा की 50वीं वर्षगांठ पर विशेष महोत्सव होगा।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और मानस कथाकार संत मुरलीधर जी ने गंगा आरती के दौरान पूज्य भाई और श्री कैलाश खेर जी का दिव्य रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर अभिनन्दन किया।
सेवा महोत्सव सप्ताह के अवसर पर परमार्थ निकेतन में योगगुरू पूज्य स्वामी रामदेव जी, पूज्य रमेश भाई ओझा जी, पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी, पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरि जी, पूज्य आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी, पूज्य स्वामी ज्ञानानंद जी, पूज्य संत मुरलीधर जी, पूज्य ज्ञानी गुरुबचन सिंह जी, पूज्य संत सुधांशुजी महाराज, पूज्य महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद जी, पूज्य मंहत रवींद्र पुरी जी, पूज्य स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी जी, साध्वी कंकेश्वरी देवी जी और पद्म श्री सूफी गायक कैलाश खेर जी, प्रख्यात ड्रम वादक शिवमणि जी, प्रसिद्ध गायिका रूना रिजविक जी और अन्य गीतकार, संगीतकार, और कलाकार सहभाग कर रहे हैं।

लोकसभा अध्यक्ष माननीय श्री ओम बिड़ला जी, केंद्रीय कैबिनेट जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जी, संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री, श्री अर्जुन राम मेघवाल जी, राज्यपाल उत्तराखंड श्री गुरमीत सिंह जी, माननीय राज्यपाल असम श्री आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर सिंह धामी जी, कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, श्री कैलाश चैधरी जी, महिला एवं बाल विकास मंत्री, उत्तराखंड, माननीय रेखा आर्यजी और अन्य विशिष्ट अतिथि सहभाग कर रहे हैं।

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