-मुख्यमंत्री ने पाटन क्षेत्र में किया 33 करोड़ की लागत के सिंचाई योजनाओं का लोकार्पण-भूमिपूजन
रायपुर (जनसम्पर्क विभाग)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि क्षेत्र में सिंचाई का विस्तार होने से कृषि में व्यापक पैमाने पर बदलाव देखने को मिलेगा। छत्तीसगढ़ में वर्तमान और भविष्य दोनों कृषि का है और कृषि में सहभागिता देने वाले कृषक हमेशा अग्रणी रहेंगे। बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन क्षेत्र के ग्राम निपानी में तांदुला जल संसाधन संभाग के अंतर्गत ३२ करोड़ ८५ लाख रूपए के ६ सिंचाई योजनाओं से संबंधित कार्यों लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दुर्ग जिले के खारुन नदी पर निपानी में ९ करोड़ ७६ लाख रुपए की लागत से बनने वाले एनीकट का भूमिपूजन किया। इस एनीकट के बनने से ग्राम निपानी एवं टिपानी क्षेत्रों में भू-जल संवर्धन होगा और २३५ हेक्टेयर में किसानों को सिंचाई सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने कार्यक्रम में ग्राम कौही के पास खारून नदी के किनारे ४ करोड़ ८६ लाख की लागत से तटबंध निर्माण, इसी प्रकार ग्राम बोरेंदा में ०३ करोड़ ९३ लाख और ग्राम तर्रीघाट में ३ करोड़ ७४ लाख की लागत से तटबंध निर्माण का भूमिपूजन किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने ग्राम उमरपोटी जलाशय योजना के शीर्ष कार्य का जीर्णोद्धार एवं नहर प्रणाली का रिमॉडलिंग एवं लाइनिंग के लिए एक करोड़ ९७ लाख रूपए की लागत के कार्यों का भी भूमिपूजन किया। इन कार्यों के पूर्ण होने से किसानों को ९३ हेक्टेयर कृषि भूमि से सिंचाई सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में खारून नदी पर ८ करोड़ ८३ लाख की लागत से नवनिर्मित एनीकट का लोकार्पण किया, यह एनीकट पाटन की खारून नदी पर ओदरागहन क्रमांक २ में बनाया गया है। इस एनीकट से आसपास के क्षेत्र के २२५ हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा क्षेत्र में भू जल संवर्धन के साथ-साथ लोगों को निस्तारी की सुविधा मिलेगी।