अगर आप ऑफिस में काम करते हैं तो आपने यह बात जरूर नोटिस की होगी कि गर्मी के मौसम में एसी के टेम्प्रेचर को लेकर अक्सर गहमागहमी चलती रहती है। खासतौर पर महिलाओं को एसी की कूलिंग से समस्या रहती है। अपने आसपास नजर डालेंगे तो ऑफिस में कई महिलाएं स्वेटशर्ट, जैकेट या स्टोल वगैरह लिए मिल जाएंगी। हालांकि पुरुष ऐसा करते नहीं दिखेंगे। अब यह बात साइंस ने भी मान ली है कि ठंडक का महिलाओं और पुरुषों पर अलग असर होता है।
क्या कहती है स्टडी
एक स्टडी के मुताबिक, महिलाएं ज्यादा तापमान पर अच्छा परफॉर्म करती हैं, वहीं पुरुष कम तापमान पर ज्यादा प्रॉडक्टिव होते हैं। इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 500 लोगों के 24 ग्रुप बनाए। उन्होंने 61 से 91 डिग्री फॉरेनहाइट पर कई टेस्ट लिए। आखिर में यह पता चला कि महिलाओं ने ज्यादा तापमान पर अच्छा परफॉर्म किया और ज्यादा सवाल हल किए वहीं पुरुषों ने कम तापमान पर अच्छा परफॉर्म किया।
स्टडी से यह बात सामने आई कि ठंड से महिलाओं की प्रॉडक्टिविटी प्रभावित होती है।
जानकर होगी हैरानी
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर ऑफिस बिल्डिंग्स में टेम्प्रेचर इस तरह से सेट होता है जो पुरुषों के लिए आरामदायक होता है।
इसलिए लगती है महिलाओं को ठंड
आपको बता दें कि महिलाओं के शरीर का मेटाबॉलिक रेट पुरुषों से काफी कम होता है। साथ ही उनकी बॉडी कम हीट रिलीज करती है जिससे उनके शरीर में गर्माहट नहीं रहती। लिहाजा आपके ऑफिस में कोई महिला एसी के बारे में शिकायत कर ले तो मान लीजिएगा कि ठंड वाकई ज्यादा है।
महिलाएं चाहती हैं इतना तापमान
महिलाएं 77 डिग्री फॉरेनहाइट यानी 25 डिग्री सेल्सियस तापमान चाहती हैं वहीं पुरुष 72 डिग्री फॉरेनहाइट 22 डिग्री सेल्सियस में कम्फर्टेबल रहते हैं।
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