उत्तरकाशी (संवाददाता)। सीमांतवर्ती जिले के डुंडा ब्लॉक अंतर्गत मांडियासारी गांव में आजादी के सात दशक बाद भी सड़क नहीं पहुंची है। गांव में सड़क नहीं होने से ग्रामीणों को करीब 5 किमी की पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। गांव तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर गांव के ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन स्तर पर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अफसोस आज तक किसी का ध्यान ग्रामीणों की समस्या की ओर नहीं गया। रविवार को ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने ग्राम मांडियासारी स्थित नागराजा मंदिर परिसर में शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने 16 मार्च से क्रमिक अनशन और 20 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है। गुस्साए ग्रामीणों ने कहा कि ब्रह्मखाल- मांडियासारी मोटर मार्ग के लिए कई बार शासन प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। इस मौके पर पूरण ङ्क्षसह बिष्ट, विनीता रावत, रामलाल शाह, रङ्क्षवद्र ङ्क्षसह रावत, इलमा देवी, ममता, शकुंतला, ललीता, जलमा, विगुली देवी, धीरज ङ्क्षसह, रणवीर ङ्क्षसह, अनीता, मनीषा, सावित्री, उत्तम ङ्क्षसह, सुलोचना आदि मौजूद थे।
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