नई दिल्ली । केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कांप्रीहेंसिव ट्रांसफर पॉलिसी को तुरंत प्रभाव से लागू करने के लिए कहा है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कांप्रीहेंसिव ट्रांसफर पॉलिसी को तुरंत प्रभाव से लागू करने के लिए कहा है। इस पॉलिसी में विभिन्न संवेदनशील पदों पर काफी समय से काबिज लोगों का ट्रांसफर होना तय माना जा रहा है। बता दें कि उत्तर रेलवे में भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो काफी समय से बड़े व संवेदनशील पद पर बैठे हुए हैं। इस मामले में पीयूष गोयल ने सभी जोनल रेलवे और विजिलेंस विभाग के अधिकारियों से सवाल किया है। उन्होंने पूछा है कि एक ही अधिकारी संवेदनशील पद पर लंबे समय से क्यों काबिज हैं। इसके बाद रेलवे बोर्ड विजिलेंस के प्रिंसिपल एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सुनील माथुर ने सभी जोनल रेलवे को लिखित आदेश जारी की ट्रांसफर पॉलिसी के तहत तत्काल संवेदनशील पदों पर लंबे समय से काबिज लोगों को हटाने के निर्देश दिए हैं। पत्र लिखकर कहा है कि 3 दिसंबर तक दोपहर 2 बजे तक सभी जोनल रेलवे रिपोर्ट सौंपे। बता दें कि उत्तर रेलवे सहित कई जोनल रेलवे में विजलेंस विभाग में भी कई कर्मचारी व अधिकारी संवेदनशील पदों पर लम्बे समय से जमे हुए हैं। जबकि रेलवे बोर्ड के चेयरमेन ने भी पिछले साल एक लेटर जारी कर कहा था कि जिन कर्मचारी व अधिकारी को संवदेनशील पद पर चार साल हो चुके हैं उनका ट्रांसफर कर दिया जाए परंतु इन आदेशों को भी नॉर्दर्न रेलवे ने नहीं माना। ००
Check Also
मुख्यमंत्री धामी ने वित्त मंत्री सीतारमण से भेंट कर उत्तराखंड राज्य से संबंधित विषयों पर की चर्चा
देहरादून (सूचना विभाग) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री …