चंडीगढ़ । पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार शाम को एक बड़ा रेल हादसा हुआ है। दशहरे के मौके पर हुए इस हादसे में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह भीषण हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ,जहां रावण दहन देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। उसी दौरान डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजरी। बताया जा रहा है कि रावण दहन के समय पटाखों की तेज आवाज के कारण ट्रेन का हॉर्न लोगों को सुनाई नहीं पड़ा। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ट्रेन काफी रफ्तार से आ रही थी। इसी दौरान कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस हादसे को टाला जा सकता था। ऐसे में इस घटना के लिए रेलवे किस हद तक जिम्मेदार है, इसके बारे में पर्याप्त तथ्य सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। मगर पिछले कुछ सालों के रेल हादसों पर नजर डालें तो पता चलता है कि कैसे एक के बाद एक दुर्घटना होने पर भी रेलवे ने कोई बड़ा सबक नहीं लिया। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस हादसे को टाला जा सकता था। ऐसे में इस घटना के लिए रेलवे किस हद तक जिम्मेदार है, इसके बारे में पर्याप्त तथ्य सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। मगर पिछले कुछ सालों के रेल हादसों पर नजर डालें तो पता चलता है कि कैसे एक के बाद एक दुर्घटना होने पर भी रेलवे ने कोई बड़ा सबक नहीं लिया।
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